Saturday, December 10, 2011

Kishore Kumar Ke Kuchch Gaane



Yeh rahe kuchch gaane Kishore Kumar ke jo pichchle kai dinon ke liye mere man mein phas gae hain. Shaayad aapke liye yeh gaane jo hain naye nahin hain, lekin hamaare liye yeh saare gaane kafi naye hain, aur main yeh sab post kar raha hun is liye ki in gaanon ke lyrics to mujhe bahut hi khubsurat lagne lage. Mujhe ummeed hai ki aap log in lyrics phir se parh ke to khubsurti aur zindagi ka ankahe sachchai mil paayenge.

ये ददर् भरा अफ़साना, सुन ले अन्जान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी, मेरा ददर् कोई जाना -

कोई भी वादा, याद आया
कोई क़सम भी, याद आई
मेरी दुहाई, सुन ले खुदाई
मेरे सनम ने, की बेवफ़ाई
दिल टूट गया, दीवाना
सुन ले अन्जान, ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी ...
फूलों से मैं ने दामन बचाया
राहो में अपनी काँटे बिछाये
मैं हूँ दीवाना, दीवानगी ने
इक बेवफ़ा से नेहा लगाये
जो प्यार को पहचाना
सुन ले अनजान ज़माना, ज़माना ...
यादें पुरानी, आने लगीं क्या
आँखें झुका लीं, क्या दिल में आई
देखो नज़ारा, दिलवर हमारा
कैसी हमारी, महफ़िल मे आई
है साथ कोई, बेगाना
सुन ले अन्जान, ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी ...

मन्ज़िलों पे आके लुटते हैं दिलों के कारवाँ
कश्तियां साहिल पे अक्सर, डूबती हैं प्यार की
मन्ज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह - २
जब कदम ही साथ ना दें, तो मुसाफ़िर क्या करे
यूँ तो है हमदर्द भी और हमसफ़र भी है मेरा - २
बढ़के कोई हाथ ना दे, दिल भला फिर क्या करे
मन्ज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह
डूबने वाले को तिनके का सहारा ही बहुत
दिल बहल जाए फ़कत, इतना इशारा ही बहुत
इतने पर भी आसमाँ वाला गिरा दे बिजलियाँ
कोई बतलादे ज़रा ये डूबता फिर क्या करे
मन्ज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह
प्यार करना जुर्म है तो, जुर्म हमसे हो गया
काबिल-ए-माफ़ी हुआ करते नहीं ऐसे गुनाह
संगदिल है ये जहाँ और संगदिल मेरा सनम
क्या करें जोश-ए-ज़ुनूं और हौंसला फिर क्या करे
मन्ज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह

आती रहेंगी बहारें
जाती रहेंगी बहारें
दिल की नज़र से दुनियाँ को देखो
दुनियाँ सदा ही हसीं है
मैं ने तो बस यही माँगी है दुआएं
फूलों की तरह हम सदा मुस्कुराये
गाते रहें हम खुशियों के गीत यूँ ही जाये बीत
ज़िंदगी
हो~ आती रहेंगी बहारें ...
तुम जो मिले हो तो दिल को यक़ीं है
धरती पे स्वर्ग जो है तो यहीं है
गाते रहे हम खुशियों के गीत
यूँ ही जाये बीत
ज़िंदगी
हो~ आती रहेंगी बहारें ...
तुम से हैं जब जीवन में सहारे
जहाँ जाये नज़रें वहीं हैं नज़ारे
लेके आयेगी हर नयी बहार
रंग भरा प्यार
और खुशी
हो~ आती रहेंगी बहारें ...

हम हम हूँ हम हम दे रे ना आँ
लोग कहते हैं मैं शराबी हूँ -
तुमने भी शायद यही सोच लिया हां ...
लोग कहते हैं मैं शराबी हूँ
किसीपे हुस्न का गुरूर जवानी का नशा किसीके दिल पे मोहब्बत की रवानी का नशा किसीको देखे साँसों से उभरता है नशा बिना पिये भी कहीं हद से गुज़रता है नशा नशे मैं कौन नहीं हैं मुझे बताओ ज़रा किसे है होश मेरे सामने तो लाओ ज़रा नशा है सब पे मगर रंग नशे का है जुदा खिली खिली हुई सुबह पे है शबनम का नशा हवा पे खुशबू का बादल पे है रिमझिम का नशा कहीं सुरूर है खुशियों का कहीं ग़म का नशा नशा शराब मैं होता तो नाचती बोतल मैकदे झूमते पैमानों मैं होती हलचल नशा शराब मैं होता तो नाचती बोतल नशे मैं कौन नहीं हैं मुझे बताओ ज़रा -
लोग कहते हैं मैं शराबी हूँ -
तुमने भी शायद यही सोच लिया लोग कहते हैं मैं शराबी हूँ थोड़ी आँखों से पिला दे रे सजनी दीवानी -
तुझे मैं तुझे मैं तुझे नौलक्खा मंगा दूंगा सजनी दिवानी

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